“Tere Gaalon Ka Rang (The Blush of Your Cheeks)” सिर्फ़ एक रंग नहीं, ये वो असर है जो दिल की गहराइयों तक उतर जाता है।
तेरे गालों का रंग — कभी शर्म का, कभी इश्क़ का इज़हार —
कभी ठंडी हवा से छूकर खिलते गुलाब, तो कभी तेरी मुस्कान में सजे सुकून का एहसास।
🌸 25 Best Romantic Shayari on “Tere Gaalon Ka Rang”
1.
Tere Gaalon Ka Rang है जैसे,
सूरज ढले शाम की बात।
जब तू हँसे तो यूँ लगे,
फूलों ने खुद ली हो साँस।
2.
तेरे गालों पे जो लाली है,
वो गुलाबों से भी प्यारी है।
जो तू शर्माए हौले से,
वो हर नज़्म हमारी है।
3.
तेरे गालों का जो रंग है,
वो मेरे ख्वाबों की धूप है।
हर बार जब तू झुके ज़रा,
दिल के तारों में सरगम है।
4.
तेरे गालों की रंगत पर,
हर मौसम फिसल जाए।
तू बस मुस्कुरा भर दे,
और मेरा दिन बदल जाए।
5.
तेरे गालों की वो हल्की सी लाली,
मेरी धड़कनों को तेज़ कर जाए।
जब तू नज़रें चुरा ले मुझसे,
तो इश्क़ और गहराए।
6.
तेरे गालों का जो रंग है,
वो हर सुबह को रंगीन करे।
तू जब सामने हो तो,
ज़िंदगी खुद को हसीन कहे।
7.
तेरे गालों की मासूम लाली,
बिना बोले इकरार कर जाए।
एक झलक देखूं जब तुझको,
तो हर ग़म किनारा कर जाए।
8.
तेरे गालों पे जो रंग है,
वो मेरी शायरी की जान है।
वो शर्म की वो नर्मी,
जैसे इश्क़ खुद मेहरबान है।
9.
तेरे गालों की गुलाबी छटा,
मेरे हर ख्याल में रहती है।
तू जब हँसे थोड़ी सी,
तो रूह भी बहकती है।
10.
तेरे गालों पर जब लाली छा जाए,
तो दिल को सुकून मिल जाए।
हर बार जब तू नज़रें झुकाए,
तो मोहब्बत और खिल जाए।
11.
तेरे गालों की जो आभा है,
वो किसी सुबह की रोशनी है।
जैसे तेरे चेहरे से झलकती,
खुशियों की निशानी है।
12.
तेरे गालों पे जब चाँदनी झुके,
तो सारा जहां रोशन लगे।
और जब तू झुके हल्का सा,
तो खुदा भी तेरा दीवाना लगे।
13.
तेरे गालों का रंग है ऐसा,
जैसे इश्क़ ने रंग भर दिया।
वो लाली जो बिना कहे ही,
मेरा नाम पढ़ लिया।
14.
तेरे गालों की लाली जब हँसे,
तो बादल भी रुक जाते हैं।
तू जो सामने से गुज़रे,
तो फूल खुद को सँवार जाते हैं।
15.
तेरे गालों की शर्म की छाया,
मेरे दिल पर असर कर जाए।
वो मासूम रंग जब नजर आए,
तो हर ख़्वाब नया बन जाए।
16.
तेरे गालों पे लाली है जो,
वो दिल को छूने वाली है।
हर बात में तेरा असर है,
तू इश्क़ की कहानी वाली है।
17.
तेरे गालों का रंग गुलाबी,
बिलकुल तेरे दिल की तरह है।
जो छू भी ना सकूं मगर,
हर वक़्त दिल के पास है।
18.
तेरे गालों की जो चमक है,
वो मेरी नज़्मों की रौशनी है।
तू जब सजे थोड़ी सी,
तो सब कुछ खुशनुमा हो जाए।
19.
तेरे गालों का रंग चुरा लूं,
तो शायद लफ्ज़ों में रंग आ जाए।
तू जो देखे हँस कर,
तो ये दुनिया भी झूम जाए।
20.
तेरे गालों की उस लाली में,
हर सदी की मोहब्बत छुपी है।
तू जो नज़रों से बात करे,
तो रूह भी भीग उठती है।
21.
तेरे गालों का जो गुलाल है,
वो होली से भी गहरा लगे।
एक बार तू नजरें मिला ले,
तो इश्क़ खुद को बेहतर लगे।
22.
तेरे गालों की वो शर्मीली सी मुस्कान,
हर रात को ख्वाब बना दे।
जो तू हल्का सा झुके,
तो वक्त खुद रुक जाए।
23.
तेरे गालों की नमी में,
एक सुकून सा बसा है।
जो तुझे देख ले एक बार,
वो तुझसे ही जुड़ता चला जाए।
24.
तेरे गालों का रंग जब बदले,
तो मौसम खुद बदल जाए।
तू जो सामने हो थोड़ी देर,
तो दिल हर हद से निकल जाए।
25.
तेरे गालों की लाली से,
हर पल को पनाह मिलती है।
तू जब मुस्कुरा दे बस,
तो मोहब्बत जवां मिलती है।
निष्कर्ष:
“Tere Gaalon Ka Rang” वो एहसास है,
जो हर शायर के दिल में रहता है।
एक हल्की सी लाली — न हद में बंधती है, न अल्फ़ाज़ में समाती है।
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