Chehre Ki Roshni -Shayari
1.
Chehre Ki Roshni कुछ ऐसी है,
जैसे अंधेरों में चाँदनी उतर आई।
जिस पल तुझे देखा मैंने,
ज़िंदगी मुस्कुराते हुए नज़र आई।
2.
तेरे चेहरे की चमक कुछ कहती है,
हर अजनबी को अपना बना लेती है।
तू जब मुस्कुराती है,
तो दुनिया ठहर सी जाती है।
3.
तेरी रौशनी में जो बात है,
वो किसी दीपक में कहाँ होती है।
तेरे चेहरे से जो उजाला फैले,
वो सुबहों से भी जुदा होती है।
4.
तेरे चेहरे की रौशनी में खुदा दिखता है,
तेरी हँसी में हर ग़म मिटता है।
जब तू पास हो, तो लगता है,
जैसे हर लम्हा जी लिया मैंने।
5.
तेरा चेहरा नहीं, कोई ताज है,
उस पर हर नज़र लाजवाब है।
तेरी रौशनी में जो सुकून है,
वो किसी दुआ का जवाब है।
6.
तेरे चेहरे की वो मासूम चमक,
हर दर्द को मोहब्बत बना दे।
तेरी नज़रें जब मुझसे टकराएं,
तो रूह तक को सुकून दे जाए।
7.
तेरे चेहरे की रौशनी ने,
मुझे अंधेरे से बाहर निकाला।
अब तुझसे ही रौशन है मेरा दिल,
तू ही मेरा सवेरा, तू ही उजाला।
8.
तेरी मुस्कान की वो किरन,
हर सुबह को खास बना दे।
तेरे चेहरे की रौशनी में,
हर ग़म अपना रास्ता बदल दे।
9.
तेरे चेहरे का वो नूर है,
जो मेरी रूह तक उतर आया।
तेरी एक झलक से ही,
जैसे सारा जहाँ सज गया।
10.
तेरी आँखों में चमकती रौशनी,
दिल को हर बार बहला देती है।
जब तू पास होती है,
तो ज़िंदगी मुस्कुराने लगती है।
11.
तेरे चेहरे की चमक में बसी है,
मेरे ख्वाबों की तस्वीर।
जिसे देखूं तो हर बार लगे,
जैसे रब ने खुद की तसवीर की तामीर।
12.
तेरी रौशनी जब मेरे चेहरे पे पड़ी,
तो अंधेरे खुद-ब-खुद चले गए।
तेरे हुस्न की इनायत से,
हर ज़ख्म भी मुस्कुराने लगे।
13.
तेरे चेहरे की रौशनी से,
दिल ने अपनी राहें बदलीं।
तू आई ज़िंदगी में जैसे,
बारिश में खिल उठी धूप की कली।
14.
चेहरे की रौशनी तुझसे मिली,
वर्ना ये जहाँ इतना रोशन न था।
तेरी मौजूदगी में हर पल,
जैसे कोई नया सपना सा था।
15.
तेरे चेहरे की रौशनी ने,
मेरी तन्हाई को मिठास दे दी।
तेरी हँसी की गूंज ने,
हर ख़ामोशी को आवाज़ दे दी।
16.
तेरी रौशनी जब मुझसे टकराई,
तो अंधेरे शर्मिंदा हो गए।
तेरे चेहरे की मासूम सी मुस्कान,
मेरे दिन रौशन कर गए।
17.
तेरे चेहरे से जो नूर छलकता है,
वो मेरी दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है।
तेरी एक नज़र में जो बात है,
वो हर दुआ से ऊपर है।
18.
तेरे चेहरे की रौशनी में,
खुदा की करामात दिखती है।
तू जब मुस्कुराती है,
तो पूरी कायनात झूम उठती है।
19.
तेरे चेहरे का हर तिल,
मेरे दिल की धड़कन बन गया।
तेरी रौशनी जब छू गई,
तो मैं फिर से जीना सीख गया।
20.
तेरे चेहरे की रौशनी ने,
मेरी रातों को चाँदनी दी।
तेरी बातों की गर्माहट ने,
मेरे दिल को सुकून की स्याही दी।
21.
तेरी मुस्कान में जो जादू है,
वो मेरी रूह को छू जाता है।
तेरे चेहरे की रौशनी से,
हर दिन एक नया अफसाना बन जाता है।
22.
तेरे चेहरे का उजाला,
मेरे हर दिन की सुबह बन गया।
तेरी एक नज़र का असर,
मेरे हर ख्वाब का मक्सद बन गया।
23.
तेरे चेहरे की चमक देख,
सूरज भी रौशनी उधार मांगे।
तेरी मौजूदगी से,
खुदा भी कुछ पल आराम मांगे।
24.
तेरे चेहरे की रौशनी से,
हर दिन एक नई शुरुआत होती है।
तेरे हुस्न के इस सागर में,
हर भावना को राहत मिलती है।
25.
तेरे चेहरे का नूर जब बिखरा,
तो मेरी आँखों में सपने जागे।
तू ही है मेरा चाँद, मेरा सूरज,
तेरे बिना ना सुबह, ना शाम लागे।
Conclusion:
Chehre Ki Roshni सिर्फ़ नूर नहीं है, वो एक एहसास है, जो मोहब्बत को जीने की वजह देता है। ये शायरी उन सभी प्रेमियों के लिए है, जिनकी ज़िंदगी में उनके महबूब का चेहरा ही सबसे बड़ी रौशनी है।
आप इस लेख को शेयर कर अपने प्यार को भी महसूस करा सकते हैं कि वो आपकी दुनिया को कितना रोशन करता है। और ऐसी और शानदार शायरी पढ़ने के लिए जुड़े रहिए Love Proposal और JNV TIMES के साथ।



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