Tere Husn Ka Nasha Har Shaam Pe Bhaari: 25 Best Romantic Shayari अपनी गर्लफ्रेंड और मोहब्बत के लिए

❤️ “Tere Husn Ka Nasha Har Shaam Pe Bhaari” for Your Girlfriend & Love

❤️ “Tere Husn Ka Nasha Har Shaam Pe Bhaari” for Your Girlfriend & Love

“Tere Husn Ka Nasha Har Shaam Pe Bhaari” कोई यूंही कहा गया जुमला नहीं है — ये वो गहराई है जो महबूब के हुस्न में डूबे आशिक़ की रूह से निकलती है।इश्क़ की दुनिया में शाम का वक़्त सबसे हसीन माना जाता है। लेकिन जब महबूबा का हुस्न उस शाम से भी ज़्यादा निखरता हो, तो दिल खुद-ब-खुद शायर बन जाता है।


1.
Tere Husn Ka Nasha Har Shaam Pe Bhaari,
हर रंग में बस तेरी तस्वीर उतारी है।
जो तू सामने हो तो दिन भी रौशन लगे,
और तेरी एक मुस्कान सारी रात हमारी है।


2.
शाम ढले जब तेरा दीदार होता है,
हर कोना जैसे गुलज़ार होता है।
तेरे हुस्न का नशा ऐसा चढ़ा है,
कि चाँद भी तुझसे शर्मसार होता है।


3.
ना सुरूर चाहिए, ना कोई शराब,
तेरा चेहरा ही कर दे दिल को ख़राब।
हर शाम तुझसे शुरू होती है मेरी,
तेरे हुस्न का नशा अब लाजवाब।


4.
तेरे हुस्न की गर्मी से ही जलते हैं दीये,
तेरी एक नज़र पे फिदा हो गए कई जिए।
हर शाम तुझसे रौशन है मेरा जहाँ,
तेरी यादें ही अब मेरे इश्क़ के पीये।


5.
तेरा हुस्न जब शाम से टकराता है,
सूरज भी झुक के तुझे देखता जाता है।
तेरी एक झलक का ऐसा असर है,
कि खुदा भी तेरा दीवाना बन जाता है।


6.
तेरी आँखों में डूब कर ही जीते हैं,
हर शाम तुझे देखकर ही पीते हैं।
तेरे हुस्न का जादू है कुछ ऐसा,
हम अपने आप से भी अब छुपते हैं।

See also  Nazuk Kalaiyan – तेरा हर अंदाज़ जैसे नज़्म की कलाई हो, 25 Romantic Shayari for your love

7.
तेरे चेहरे की रौशनी जब शाम से मिलती है,
तब हर रात नयी दास्तान लिखी जाती है।
तेरे हुस्न का नशा जब छा जाता है,
तो मोहब्बत भी खुद को भूल जाती है।


8.
तेरे हुस्न की मस्ती का जवाब नहीं,
हर शाम पे तू ही तो आफ़ताब बनी।
तेरी हर अदा कुछ कहती है,
और मेरी खामोशी तुझसे प्यार करती है।


9.
तेरा हुस्न है जैसे कोई शाम-ए-बहार,
हर पल तुझमें दिखे मुझे एक त्योहार।
तेरे चेहरे की रौशनी जब बिखरती है,
तो शाम भी खुद पे इतराती है।


10.
तेरे हुस्न का रंग जब शाम में घुलता है,
हर दिल मोहब्बत में पिघलता है।
तू नशा नहीं, कोई जादू है,
जो हर शाम मुझमें उतरता है।


11.
तेरी मुस्कान जब शाम की रौशनी छूती है,
हर परछाई में मोहब्बत झलकती है।
तेरे हुस्न का नशा इतना गहरा है,
कि रातें भी दिन सी चमकती हैं।


12.
तेरे हुस्न ने जो शाम को चूमा है,
हर तारा तुझपे फिदा हुआ है।
तेरे नाम से ही रौशन हैं मेरे ख़्वाब,
और तुझसे ही मेरी दुनिया जुड़ी है।


13.
तेरे हुस्न की चर्चा अब हवाओं में है,
हर शाम तेरा नाम इन फिजाओं में है।
तेरी एक झलक क्या मिली ज़िंदगी से,
अब हर पल तुझसे ही दुआओं में है।


14.
तेरे चेहरे की चमक जब शाम में समाती है,
हर आँख बस तुझी को देखती जाती है।
तेरा हुस्न अब मेरा मक़सद है,
हर शाम तुझमें ही खुदा नज़र आता है।


15.
तेरे हुस्न का नशा जब चढ़ता है,
शामें भी रंगीन हो उठती हैं।
तेरी यादें, तेरा ख्याल, तेरी बातें,
हर चीज़ तुझसे ही जुड़ती हैं।

See also  Aankhon Mein Basa Jadoo – जब तेरी निगाहों ने दिल चुरा लिया Best Romantic Shayari for Girlfriend

16.
तेरे हुस्न ने जो असर छोड़ा है,
हर शाम ने तुझसे इश्क़ जोड़ा है।
अब ना चाँद चाहिए, ना कोई सितारा,
बस तू हो साथ, और कुछ ना दोबारा।


17.
तेरे हुस्न की खुशबू से महकती हैं शामें,
तेरी बातों में छुपी हैं हसीं नींदें तमाम।
तू ना हो तो सब अधूरा लगे,
तेरे होने से ही मुकम्मल हैं मेरे ख्वाब।


18.
तेरे चेहरे का नूर जब आसमान को छूता है,
हर शाम तुझपे ही रुका-रुका सा लगता है।
तेरे हुस्न ने जो ये असर किया है,
मुझे अब खुद से भी जुदा कर दिया है।


19.
तेरे हुस्न का जादू जब शाम पर उतरता है,
हर दीवाना तेरे इश्क़ में बिखरता है।
तू है तो महफिल है, तू ना हो तो वीराना,
तेरे बिना कोई शाम ना सुहाना।


20.
तेरे हुस्न का नशा आँखों से पी लिया,
हर शाम को तुझमें ही जी लिया।
अब तू ही ज़िंदगी की आदत है,
तेरे बिना हर लम्हा शिकायत है।


21.
तेरा चेहरा ही मेरा पैमाना बन गया,
हर शाम का नशा बस तेरे नाम का बन गया।
तेरे हुस्न की ये लहर कुछ ऐसी चली,
कि मेरे दिल की बस्ती बस तुझसे सज गई।


22.
तेरे हुस्न से सजती हैं मेरी शामें,
तेरी मुस्कान में बसी हैं मेरी तमाम दुआएं।
तू जब नजरों के सामने होती है,
हर लम्हा खुदा की इनायत लगती है।


23.
तेरा हुस्न वो शाम है, जो ढलती नहीं,
जिसे देख कर आंखें कभी थकती नहीं।
उस नशे में जो गहराई है,
वो किसी शराब से भी ज़्यादा सच्ची लगती है।

See also  Tere Kadmon Ki Aahat: जब तेरे कदमों की आहट से महक उठी रूह – पढ़िए 25 Best Romantic Shayari अपनी गर्लफ्रेंड और मोहब्बत के लिए

24.
तेरे हुस्न का असर जब शाम में समा जाए,
तो हर आशिक़ का दिल बहक जाए।
तू जो एक बार मुस्कुरा दे,
तो पूरी कायनात झुक जाए।


25.
तेरे हुस्न का नशा हर शाम पे भारी है,
तू नहीं तो हर महफिल अधूरी हमारी है।
तेरे बिना कोई रंग नहीं दिखता,
तू साथ हो तो हर शाम प्यारी है।


आख़िरी अल्फ़ाज़:

“Tere Husn Ka Nasha Har Shaam Pe Bhaari” — ये लाइन सिर्फ़ शायरी नहीं, हर उस आशिक़ की आवाज़ है जो अपने प्यार में शाम की रौनक भी भूल चुका है। इस खूबसूरत एहसास को अल्फ़ाज़ देना, एक इबादत से कम नहीं।

ऐसी और दिल को छू लेने वाली शायरी पढ़ने के लिए देखें:
👉 JNV TIMES
👉 Love Proposal


अगर आप चाहें, तो मैं इस थीम पर Instagram captions, reels scripts या carousel graphics भी बना सकता हूँ। अगली पोस्ट का टॉपिक बताएं?

Post Comment

You May Have Missed