❤️ 25 Romantic Hindi Shayari on “Teri Bindi Ka Nasha”
1.
तेरी बिंदी का नशा कुछ यूँ चढ़ा,
कि अब होश में रहना मुश्किल हुआ।
वो लाल बिंदी जब माथे पर सजे,
तो खुदा भी कहे — वाह क्या हुस्न हुआ।
2.
तेरी बिंदी की चमक है जैसे चाँद की रौशनी,
हर साया तेरे चेहरे पे ठहर जाता है।
जब तू हौले से झुके नज़रों से,
दिल मेरा तुझमें ही खो जाता है।
3.
तेरे चेहरे पर सजी बिंदी,
जैसे शाम पे उतरा सूरज।
हर बार देखूं जब तुझको,
दिल कहे — तू ही है मुरझा दिल की तरज।
4.
तेरी बिंदी का जो जादू है,
वो किसी काजल से कम नहीं।
हर बार जब तू सजे सामने,
तो सारा जहां लगे किसी फिल्मी सीन।
5.
तेरी बिंदी की छोटी सी बूँद,
दिल में तूफान ले आती है।
वो जो माथे पर सजी हो जब,
तो नजरें खुद-ब-खुद झुक जाती हैं।
6.
तेरी बिंदी पे जब नज़र जाए,
हर ख्वाब मेरा तुझमें समा जाए।
उस एक निशान में छुपा है प्यार,
जो हर एहसास को बयां कर जाए।
7.
तेरी बिंदी है या कोई ताबीज़,
जो हर बला को दूर कर दे।
जब तू देखे हौले से,
तो रूह भी सजदा कर दे।
8.
तेरे चेहरे की शोभा है बिंदी,
हर रंग उसमें फीका लगता है।
वो एक नन्हा सा सुराख़,
हुस्न को मुकम्मल करता है।
9.
तेरी बिंदी जब माथे पर झिलमिलाए,
दिल किसी पर्व सा सज जाए।
हर तरफ़ बस तेरा जादू छा जाए,
तेरी सादगी में इश्क़ मुस्काए।
10.
तेरी बिंदी की सादगी में,
हज़ारों रंग समाए हैं।
जो भी तुझे देखे गहराई से,
वो बस तुझमें ही खो जाए।
11.
तेरी बिंदी की वो लालिमा,
हर रोज़ नई सुबह लाए।
जब तू उसे सजाए माथे पर,
तो हर पल बस तुझपे झुक जाए।
12.
तेरी बिंदी में बसी है,
मेरे ख्वाबों की रंगीनी।
हर बार जब तू उसे सजाए,
दिल की धड़कन बढ़ती जा रही।
13.
तेरी बिंदी ना हो तो,
चेहरा अधूरा लगता है।
वो एक निशान है प्यार का,
जो हर नज़र में ठहरा लगता है।
14.
तेरी बिंदी जब झलके ज़रा,
तो लगता है जैसे रंगों का सागर हो।
तेरा हर अंदाज़ मोहब्बत भरा,
और उस पर बिंदी — जैसे साज हो।
15.
तेरी बिंदी पर जो ठहर जाए नज़र,
वो फिर कहीं और टिक नहीं पाती।
एक छोटी सी बात सही,
पर उसमें पूरी कायनात समाती।
16.
तेरी बिंदी का रंग,
मेरे इश्क़ की पहचान बन गया।
अब कोई रंग नहीं भाता,
बस तेरा माथा गुलाल बन गया।
17.
तेरी बिंदी में जो चमक है,
वो सितारों को भी शरमाए।
तू जब हँसे वो सजे,
तो खुदा भी तेरा दीवाना कहलाए।
18.
तेरी बिंदी है जादू कोई,
जो नजरों में असर कर जाए।
जब भी तू देखे हल्का सा मुस्कुरा कर,
हर मौसम बहार हो जाए।
19.
तेरी बिंदी की तारीफ़ में,
कितने ही शेर कहे जाएं।
पर तुझमें जो बात है,
वो लफ्ज़ों में कहां समाए।
20.
तेरी बिंदी में जो आग है,
वो निगाहों से जलती है।
एक छोटी सी बात है मगर,
इश्क़ वहीं से पलती है।
21.
तेरे माथे की बिंदी,
हर सुबह का सूरज बन जाए।
वो जब सजे तो हर दिन मेरा,
प्यार की कहानी सुनाए।
22.
तेरी बिंदी की हर झलक में,
इश्क़ का इकरार है।
वो एक लकीर नहीं बस,
वो मेरा प्यार है।
23.
तेरी बिंदी है या तक़दीर,
जिस दिन तू सजे, सब बदल जाए।
उस एक चुटकी लाल रंग से,
मेरा हर ख्वाब सच हो जाए।
24.
तेरी बिंदी का नशा ऐसा,
जो शराबों में भी न हो।
हर बार देखूं तुझे,
तो लगे, बस और देखता रहूं।
25.
तेरी बिंदी का रंग गुलाल सा,
मेरे ख्यालों में बस गया।
अब जब भी तू सजे,
मेरा इश्क़ और गहरा हो गया।
निष्कर्ष:
“Teri Bindi Ka Nasha” सिर्फ़ एक शायरी का विषय नहीं,
ये उस मासूम मगर दिलकश चीज़ की बात है,
जो बिना बोले सब कुछ कह जाती है।
और ऐसी ही मोहब्बत से भरी रोमांटिक शायरी के लिए जुड़े रहिए:
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