Tere Husn Ka Jaadu –
1.
Tere Husn Ka Jaadu का जो असर दिल पे हुआ,
हर नज़ारा अब बेमानी सा लगा।
तेरी मुस्कान में छुपा है कोई राज,
जिसने हर दर्द को खुशी बना दिया।
2.
तेरे चेहरे पे जो रौशनी बसी है,
वो मेरे अंधेरों की दवा बन गई।
तेरे हुस्न ने जो छुआ है मुझे,
ज़िंदगी जैसे नई कहानी बन गई।
3.
जब तुझे पहली बार देखा था मैंने,
उस पल से तू बस मेरी जान बन गई।
तेरे हुस्न का जादू ऐसा चला,
मेरी हर साँस तुझसे अंजान बन गई।
4.
तेरी आँखों में बसी वो मासूमियत,
दिल को छू गई जैसे कोई सदा।
तेरे हुस्न का जो असर हुआ मुझ पर,
जैसे मिल गई हो खुदा की दुआ।
5.
तेरा हुस्न नहीं कोई आम बात,
ये तो रब की बनाई एक खास बात।
जिसने भी तुझे देखा पहली बार,
उसके लिए तू बन गई हर बात।
6.
तेरे बालों की लहरों में खो जाएं,
तेरे होंठों की मिठास को पी जाएं।
तेरे हुस्न का जादू जब चलता है,
हम जैसे दीवाने बस जी जाएं।
7.
तेरे चेहरे की वो पहली झलक,
जैसे चाँद उतर आया हो ज़मीं पर।
तेरे हुस्न का क्या कहें हम अब,
वो तो हर दुआ में शामिल हो गया।
8.
तेरी चाल में जो अदा है बसी,
उसमें मोहब्बत की नमी सी है।
तेरे हुस्न की जो बात करे,
वो खुद ब खुद तुझपे फ़िदा हो जाए।
9.
तेरे चेहरे की जो चमक है,
वो मेरे अंधे दिल का उजाला बन गई।
तेरे हुस्न का असर कुछ ऐसा हुआ,
हर तन्हाई में तू ही तारा बन गई।
10.
तेरा नाम लूँ और दिल मुस्काए,
तेरे हुस्न से ज़िंदगी सजाए।
तेरी बातों में वो मिठास है,
जो हर दर्द को ख़ुशी में बदल जाए।
11.
तेरी आँखों की गहराई में,
डूबने को दिल हर रोज़ चाहे।
तेरे हुस्न का जादू जब बोले,
तो हर खामोशी भी कुछ कहे।
12.
तेरे हुस्न की जो रौशनी मिली,
वो हर रात को चाँदनी कर गई।
मेरे दिल की तन्हा गलियों में,
तेरी यादें हर शाम भर गई।
13.
तेरे हुस्न की वो पहली झलक,
जैसे कोई कविता बन गई हो।
हर लफ़्ज़ तुझसे जुड़ता चला गया,
और हर साँस तुझपे अटक गई हो।
14.
तेरी हँसी की खनक में बसी,
हर दर्द की राहत मिल गई।
तेरे हुस्न के इस रंग में,
ज़िंदगी को फिर से मोहब्बत मिल गई।
15.
तेरे हुस्न का असर दिल पे कुछ ऐसा है,
हर लम्हा तेरा इंतज़ार करता है।
तेरे बिना ये दिल अधूरा सा लगे,
तेरी मौजूदगी ही बहार करता है।
16.
तेरे हुस्न में जो बात है,
वो और कहीं दिखाई नहीं दी।
तू जब सामने होती है,
तो दुनिया की भी परवाह नहीं होती।
17.
तेरी नज़रों का असर दिल तक गया,
तेरी मुस्कान ने दीवानगी सिखा दी।
तेरे हुस्न का जो नशा चढ़ा,
उसने हर होश को भुला दिया।
18.
तेरा हुस्न एक किताब की तरह,
हर बार पढ़ो तो कुछ नया मिले।
तेरे इश्क़ की स्याही से लिखी,
हर बात में बस तू ही तू मिले।
19.
तेरे चेहरे की वो मासूम सी रेखा,
दिल में उतरती चली जाती है।
तेरे हुस्न का जादू कुछ ऐसा है,
कि रूह तक मुस्कुराती है।
20.
तेरे हुस्न की जो मिसाल दूँ,
वो शायद खुदा से भी आगे जाए।
तेरी ख़ामोशी भी बोल उठे,
जब तेरा दिल कुछ कह जाए।
21.
तेरे लबों की वो नमी सी बात,
दिल को हर पल बहका जाती है।
तेरे हुस्न की हर एक झलक,
मेरे दिन को रौशन कर जाती है।
22.
तेरे हुस्न में जो कशिश है,
वो मुझसे कुछ भी करवा लेती है।
तेरे बिना अब कोई चाह नहीं,
तेरी मोहब्बत ही मेरी मंज़िल लगती है।
23.
तेरा हुस्न एक फूल की तरह,
जो हर मौसम को महका दे।
तेरे होने से ही लगता है,
जैसे ज़िंदगी कोई गीत बन जाए।
24.
तेरी बातों में जो मिठास है,
वो शहद से भी ज़्यादा लगती है।
तेरे हुस्न का नूर जब छू जाए,
तो रूह भी सजदा कर जाती है।
25.
तेरे हुस्न का जादू है या करिश्मा,
जो हर दिन मुझे तुझपे फ़िदा कर दे।
तेरी एक मुस्कान की खातिर,
मैं ज़िंदगी से भी लड़ जाऊँ हर दफा।
Conclusion:
Tere Husn Ka Jaadu सिर्फ़ एक एहसास नहीं, एक पूरी दुनिया है जो प्यार करने वालों के दिलों में बसती है। इन शायरियों के ज़रिए आप अपने महबूब को वो हर जज़्बात कह सकते हैं जो आप शब्दों में नहीं कह पाते।
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें और ऐसी ही और शायरियों के लिए पढ़ते रहिए JNV TIMES और Love Proposal।



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