25 Romantic Shayari on Zulfon Ka Asar –
1.
Teri Zulfon Ka Asar कुछ ऐसा है,
जैसे रात खुद को छुपा ले बादल में।
जब वो चेहरे पे गिरती हैं,
तो दिल डूब जाए उस काजल में।
2.
ज़ुल्फ़ें बिखरी हों या संभली हुई,
हर हाल में क़यामत लगती हैं।
जब हवाएं उन्हें छूकर जाएं,
तो दिल की धड़कन रुक सी जाती है।
3.
तेरी ज़ुल्फ़ों का जादू चल गया,
मैं होश में था, फिर भी बहक गया।
उन लहरों में जब उलझी नज़र,
तो हर ख्वाब तुझमें ही रह गया।
4.
ज़ुल्फ़ों की छांव में बैठा रहा,
साया मिला जैसे खुदा का।
तेरे चेहरे पे जो झुकी वो लट,
बन गई मेरी दुआ का हिस्सा।
5.
तेरी ज़ुल्फ़ें जब बिखरती हैं,
तो शामें भी शरमा जाती हैं।
तू एक नज़्म है सजी हुई,
जिसे हवाएं पढ़ने आती हैं।
6.
ज़ुल्फ़ों से जो छुप गया तेरा चेहरा,
वो पर्दा भी कितना हसीन था।
हर साया ठहर गया वहीं,
जहां तेरा हुस्न बेजुबान था।
7.
तेरी ज़ुल्फ़ों की वो रातें,
मेरे दिन की रोशनी बन गईं।
तेरे बालों की नरमी से,
मेरी हर सर्दी गरमी बन गई।
8.
तेरी ज़ुल्फ़ें जब खुलती हैं,
तो मौसम भी बदल जाते हैं।
हर झोंका तुझे छूकर,
मेरे पास महक लाते हैं।
9.
ज़ुल्फ़ों की वो चुप रहमत,
हर बात बिना कहे कह जाती है।
उनमें छुपा तेरा मासूम चेहरा,
रातों को भी रोशन कर जाती है।
10.
ज़ुल्फ़ों की लहर में जब तू मुस्कुराए,
तो दिल झूम उठे हवाओं के साथ।
तेरे हर अंदाज़ में है वो बात,
जो ले जाए ख्वाबों की सौगात।
11.
तेरी ज़ुल्फ़ों में जो उलझा,
वो रास्ता नहीं खोज पाया।
मगर खो जाने में ऐसा सुकून था,
कि खुद को भी भूल आया।
12.
ज़ुल्फ़ें जब आँखों पर गिरती हैं,
तो नज़ारे रुक जाते हैं।
हर चाहत तेरे बालों में,
एक गुमनाम सफ़र पाते हैं।
13.
तेरी ज़ुल्फ़ों की वो नमी,
दिल के हर कोने को छू जाती है।
जो बात लफ़्ज़ न कह सके,
वो तेरा अंदाज़ सुना जाती है।
14.
तेरी ज़ुल्फ़ों का ये साया,
मेरे ख्वाबों का चाँद बन गया।
तेरे एक झटके से,
हर ग़म मेरा उड़नछू बन गया।
15.
ज़ुल्फ़ों की ये जो घटा है,
बरसती नहीं, पर भिगो देती है।
तेरी एक नज़र जब मिलती है,
तो रूह तक को रोशन कर देती है।
16.
तेरी ज़ुल्फ़ों की वो गिरहें,
जैसे उलझा हुआ मेरा दिल।
खोलूं भी कैसे अब उनको,
जब खुद की सूरत ही गई बदल।
17.
ज़ुल्फ़ें तेरी जब लहराती हैं,
तो हवा भी रूककर चलती है।
तेरे हुस्न की तारीफ़ में,
ये कायनात भी मचलती है।
18.
तेरी ज़ुल्फ़ों का असर ऐसा,
कि सन्नाटा भी गुनगुनाने लगे।
जब वो झुकीं तेरे चेहरे पर,
तो खुदा भी देखने को ठहरने लगे।
19.
तेरी ज़ुल्फ़ों का जादू छाया है,
हर सास बस तुझमें सिमट आई।
अब न सोचता हूँ कुछ और,
तू ही है, तू ही है, ये दुनिया भर आई।
20.
तेरे बालों की वो कहानी,
मेरे हर ख्वाब को जगाती है।
तेरी ज़ुल्फ़ें जब बिखरती हैं,
तो मेरी रूह तक मुस्कुराती है।
21.
ज़ुल्फ़ें जब तेरे गालों पे आयें,
तो चाँद भी शरमा जाए।
तेरी हर अदा में बस जादू है,
जो हर दिल को तुझसे मिलवाए।
22.
तेरी ज़ुल्फ़ों में चाँदनी है,
तेरी साँसों में जादू।
तुझमें गुम होकर जाना,
कैसा होता है इश्क़ का पहलू।
23.
तेरी ज़ुल्फ़ें जब बिखरती हैं,
तो जैसे मौसम बदलते हैं।
एक तू ही है इस दिल में,
बाकी सब साए सा ढलते हैं।
24.
तेरे बालों की वो कशिश,
मुझे हर रोज़ नई दुनिया दिखाए।
तू जब सामने आती है,
तो वक्त भी थम जाए।
25.
तेरी ज़ुल्फ़ों से जो आई हवा,
वो दिल को भी साथ ले गई।
अब हर साँस में तू बसी है,
तेरी ख़ुशबू मुझे हमेशा दे गई।
Conclusion:
Zulfon Ka Asar सिर्फ़ एक अल्फ़ाज़ नहीं, वो एहसास है — जब आपके महबूब की ज़ुल्फ़ें हवा में लहराती हैं और दिल बेकाबू हो जाता है। ये शायरी उसी नर्म एहसास को बयां करती है।
अगर आप अपने दिल की बात अपने प्यार तक पहुँचाना चाहते हैं, तो इन शायरी को भेजिए उन्हें — और देखिए कैसे वो मुस्कुरा उठेंगे।
ऐसी और दिल को छू लेने वाली मोहब्बत भरी शायरी के लिए जुड़े रहिए Love Proposal और JNV TIMES के साथ।


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